द ईगल व्यू ट्रेनिंग सेंटर, केंद्रीय मत्स्य, पशुपालन व डेयरी मंत्रालय, भारत सरकार द्वारा मान्यता प्राप्त प्रशिक्षण केन्द्र है। यह बिहार का एकमात्र मान्यता प्राप्त प्रशिक्षण केन्द्र है। इस संस्थान को बिहार सरकार के पशु व मत्स्य संसाधन विभाग द्वारा भी विभिन्न प्रशिक्षणों हेतु मान्यता प्राप्त है।
द ईगल व्यू ट्रेनिंग सेंटर में पशु व मत्स्य संसाधन के क्षेत्र में ग्रामीण रोजगार के अवसर हेतु कई रोजगारोन्मुख प्रशिक्षण कार्यक्रम चलाए जा रहे हैं। जिसके अंतर्गत पशुओं में कृत्रिम गर्भाधान, डेयरी टेक्नोलॉजी, बकरी, भेड़, सूकर व मुर्गी पालन पर प्रशिक्षण कोर्स चलाए जाते हैं।
इनमें से एक महत्वपूर्ण कोर्स है — “मवेशियों का कृत्रिम गर्भधारण कराने की तकनीकी जानकारी”। इस कोर्स की प्रशिक्षण प्रक्रिया में सैद्धांतिक जानकारियों के साथ-साथ प्रायोगिक प्रशिक्षण के माध्यम से प्रशिक्षुओं का सम्पूर्ण क्षमता विकास किया जाता है।
प्रशिक्षण को सफलतापूर्वक पूरा करने के पश्चात अभ्यर्थियों को कोर्स संबंधित सर्टिफिकेट प्रदान की जाती है। इसके साथ ही बिहार सरकार के प्रावधानों के अनुसार सरकारी, सहकारी और निजी क्षेत्रों में रोजगार से जोड़ने का कार्य भी किया जाता है।
+91 9472041960
ईगल व्यू प्रशिक्षण केंद्र, पेशेवरों के ज्ञान और कौशल के साथ मिलकर आत्मविश्वास और शक्ति का ऐसा माहौल तैयार करेगा जिससे सफलता की कहानियाँ और चमत्कारिक उदाहरण सामने आए हैं। द इगल व्यू प्रशिक्षण केन्द्र का उद्देश्य और लक्ष्य कृत्रिम गर्भाधान, डेयरी, पशुपालन, विभिन्न ग्रामीण गैर-कृषि गतिविधियों आदि पर व्यावहारिक प्रशिक्षण कार्यक्रमों के माध्यम से मूलभूत ज्ञान प्रदान करना है। हम शैक्षिक और व्यावसायिक प्रशिक्षण प्रदान करते हैं और सामान्य जनोपयोगी उद्देश्यों में सुधार करते हैं और उन्हें डीएडीएफ के दिशानिर्देशों के अनुसार सार्वजनिक और निजी क्षेत्रों में रोज़गार के लिए एक मंच प्रदान करते हैं। कृत्रिम गर्भाधान (एआई) पाठ्यक्रम व्यक्तियों को पशुधन पर कृत्रिम गर्भाधान करने के ज्ञान और कौशल से लैस करते हैं, जिसमें तकनीकों, पशु प्रबंधन और प्रजनन स्वास्थ्य पर ध्यान केंद्रित किया जाता है।
भारत सरकार एवं बिहार सरकार द्वारा मान्यता प्राप्त द ईगल व्यू ट्रेनिंग सेन्टर में दिनांक 01/09/2025 से पशु एवं मतस्य पालन, पशुपालन एवं डेयरी मंत्रालय (पशुपालन एवं डेयरी विभाग) के सहयोग से मुंगेर, नवादा, गोपालगंज, जमुई, लखीसराय, सिवान और वैशाली जिले से आए हुए 120 मैत्री वर्कर (पशु स्वास्थ्य कार्यकर्ता) का प्रशिक्षण कृत्रिम गर्भाधान (एआई) का आज व्यावहारिक प्रशिक्षण (Practical Training) करबाया गया । यह सभी मैत्री वर्कर (पशु स्वास्थ्य कार्यकर्ता) अनुभवी व जानकार प्रशिक्षकों की टीम से कृत्रिम गर्भाधान के आधुनिक व उन्नत तकनीक से व्यावहारिक प्रशिक्षण (Practical Training) करबाया जायेगा ।
भारत सरकार एवं बिहार सरकार द्वारा मान्यता प्राप्त द ईगल व्यू ट्रेनिंग सेन्टर में दिनांक 01/09/2025 से पशु एवं मतस्य पालन, पशुपालन एवं डेयरी मंत्रालय (पशुपालन एवं डेयरी विभाग) के सहयोग से मैत्री वर्कर (पशु स्वास्थ्य कार्यकर्ता) का 90 दिनों के प्रशिक्षण का शुभारंभ हो चूका है । यह सभी मैत्री वर्कर (पशु स्वास्थ्य कार्यकर्ता) अनुभवी व जानकार प्रशिक्षकों की टीम से कृत्रिम गर्भाधान के आधुनिक व उन्नत तकनीक सीखेंगे।
भारत सरकार एवं बिहार सरकार द्वारा मान्यता प्राप्त द ईगल व्यू ट्रेनिंग सेन्टर ज़िलों की 90 महिलाओं को डेयरी फार्मिंग की आधुनिक तकनीक के बारे में 5 दिवसीय आवासीय प्रशिक्षण प्रदान कर रहा है। दूसरी ओर, सामाजिक उत्थान के क्षेत्र में महिलाएँ मज़बूत हो रही हैं। जिसमे अभी दिनांक 04-08-2025 से 16-08-2025 तक जिला बक्सर, भोजपुर, पटना, नालंदा का प्रशिक्षण सफलता पूर्वक करवा कर महिला उम्मीदवारों को प्रमाण पत्र प्रदान किया जा चूका है I और दिनांक 19-08-2025 से जिला शेखपुरा और नवादा की 90 महिलाओ का प्रशिक्षण शुरू हो चूका है I